ग्राम तराई, कुरानकापा पंचायत के ग्रामीणों की सुरक्षा पर संकट
मुंगेली — ग्राम पंचायत कुरानकापा के आश्रित ग्राम तराई में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क अब ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। यह सड़क जिस मकसद से बनाई गई थी — ग्रामीणों को सुरक्षित एवं सुलभ आवागमन मुहैया कराना — अब वही सवालों के घेरे में है। स्थानीय उपसरपंच एवं भाजपा नेता हेमंत पटेल ने गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि यह सड़क अब खराब हालत में पहुंच चुकी है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं और डामर की परतें उखड़ चुकी हैं, जिससे यह मार्ग जानलेवा हो गया है। उन्होंने बताया कि सड़क की यह स्थिति बनने का मुख्य कारण एक डामर प्लांट है, जो सरकारी भूमि पर अवैध रूप से संचालित हो रहा है।
हेमंत पटेल ने बताया कि इस डामर प्लांट से प्रतिदिन भारी वाहन — खासकर हाइवा और डंपर — की आवाजाही होती है, जिससे सड़क की गुणवत्ता पूरी तरह से खराब हो गई है। सड़क पर गिट्टी और डामर के टुकड़े जमा होने से दोपहिया वाहन चालकों के लिए फिसलन का खतरा भी बढ़ गया है।
गांव के लोगों में भारी नाराजगी व्याप्त है। उनका कहना है कि सड़क निर्माण के बाद से ही इस मार्ग पर भारी वाहनों की अनियमित आवाजाही होती रही है, जिससे यह पूरी तरह जर्जर हो चुका है। वहीं, प्रशासन इस पूरे मामले पर मौन साधे हुए है।
उपसरपंच की मांग — हटाए अवैध प्लांट, करे सड़क की मरम्मत
उपसरपंच हेमंत पटेल ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अविलंब इस अवैध डामर प्लांट को बंद कराया जाए और सड़क की मरम्मत कराकर इसे पुनः सुरक्षित बनाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करता है, तो ग्रामवासी आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।