मुंगेली, — 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला जेल देवरी में एक विशेष योग शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बंदियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाना था। जेल प्रशासन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में जेल स्टाफ के साथ-साथ बड़ी संख्या में बंदियों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया।
योग शिविर का संचालन अनुभवी योग प्रशिक्षक भागवत प्रसाद ने किया, जिन्होंने उपस्थितजनों को विभिन्न योगासन, प्राणायाम और ध्यान की तकनीकें सिखाईं। योगाभ्यास के दौरान प्रशिक्षक ने बताया कि नियमित योग जीवन में अनुशासन, मानसिक संतुलन और सकारात्मक दृष्टिकोण लाता है। जेल के वातावरण में मानसिक तनाव और अवसाद जैसे भावनात्मक संकट आम होते हैं, जिनसे निपटने में योग एक प्रभावशाली साधन है।
सहायक जेल अधीक्षक ममता पटेल ने बताया कि इस शिविर का उद्देश्य केवल शारीरिक व्यायाम तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य बंदियों के सोचने के तरीके में परिवर्तन लाना, उनमें आत्मविश्वास जगाना और एक स्वस्थ जीवन की ओर उन्हें प्रेरित करना भी है। उन्होंने कहा, "योग मानसिक शांति और आत्मिक स्थिरता लाने में सक्षम है। इससे न केवल तनाव घटता है, बल्कि यह आत्म-नियंत्रण और आत्म-चिंतन की भावना भी विकसित करता है।"
इस अवसर पर मुख्य प्रहरी वतन शर्मा, प्रहरी भरतलाल साहू, दिलीप कंकरेकर समेत सभी जेल अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। शिविर के दौरान सभी ने एक साथ योगाभ्यास कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार अनुभव किया।
बंदियों ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि योग ने उन्हें आत्ममंथन का अवसर दिया है। एक बंदी ने कहा, "योग करने से अब मन शांत रहता है और जेल में बिताया जाने वाला समय अब पहले की तुलना में कम बोझिल लगता है। यह हमारे लिए एक नई शुरुआत जैसा अनुभव है।"
कार्यक्रम का सफल संचालन सहायक जेल अधीक्षक ममता पटेल द्वारा किया गया, जिन्होंने अंत में सभी का आभार व्यक्त करते हुए योग को दैनिक जीवन में शामिल करने का संदेश दिया।
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