तिमाही दर तिमाही तुलना करें तो SBI का मुनाफा Q3FY25 के ₹16,891 करोड़ से 10.4% की बढ़त के साथ ₹18,643 करोड़ पहुंच गया।
SBI Q4 Results: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में ₹18,643 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। यह पिछले साल की समान तिमाही के ₹20,698 करोड़ के मुकाबले 9.9% कम है। बैंक के मुताबिक, यह गिरावट प्रावधान (provisions) बढ़ने के कारण हुई है।
हालांकि, पिछली तिमाही (Q3FY25) से तुलना करें तो मुनाफे में 10.4% की बढ़ोतरी हुई है। SBI ने Q3FY25 में ₹16,891 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया था।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) की बात करें तो बैंक ने ₹70,901 करोड़ का रिकॉर्ड नेट प्रॉफिट कमाया है, जो सालाना आधार पर 16.08% की वृद्धि दर्शाता है। बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) के लिए प्रति शेयर ₹15.90 के डिविडेंड की सिफारिश की है। इससे पिछले साल यानी FY24 में बैंक ने ₹13.70 प्रति शेयर डिविडेंड घोषित किया था। शुक्रवार को बैंक के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 1.51% चढ़कर ₹800.05 पर बंद हुए।
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मार्च तिमाही (Q4FY24) में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सालाना आधार पर 2.69% बढ़कर ₹42,775 करोड़ रही। वहीं, तिमाही आधार पर NII में 3.21% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
हालांकि, इसी अवधि में बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) घरेलू कारोबार से 32 बेसिस प्वाइंट घटकर 3.15% पर आ गया, जो कि पिछले साल की समान तिमाही में 3.47% था।
बैंक की मार्च तिमाही (Q4FY25) में नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में कोई बदलाव नहीं हुआ यानी यह पिछले तिमाही के स्तर पर ही बना रहा।
हालांकि, बैंक की अन्य आय में तेज़ उछाल देखने को मिला। शुल्क, कमीशन और ट्रेजरी इनकम को मिलाकर कुल गैर-ब्याज आय ₹24,210 करोड़ रही, जो Q4FY24 में ₹17,369 करोड़ थी। इसमें ट्रेजरी गेन, लोन एप्लिकेशन से फीस, क्रॉस-सेलिंग और विदेशी मुद्रा कारोबार से कमाई शामिल रही।
कॉस्ट-इनकम रेशियो में भी काफी सुधार हुआ है। 31 मार्च 2025 तक यह अनुपात 51.64% रहा, जबकि एक साल पहले 55.66% था (वेतन संशोधन और एक बार के खर्चों को छोड़कर)।
हालांकि, तिमाही के दौरान कुल प्रोविजनिंग में बढ़ोतरी हुई। यह ₹12,643 करोड़ तक पहुंच गई, जबकि Q4FY24 में यह ₹8,049 करोड़ थी।
31 मार्च 2025 तक बैंक का कुल कर्ज सालाना आधार पर 12.03% बढ़कर ₹42 लाख करोड़ हो गया। इसमें घरेलू कर्ज 11.56% की दर से बढ़ा।
बैंक के रिटेल पर्सनल लोन में 11.40% और कॉरपोरेट लोन में 9% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई। होम लोन सेगमेंट ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया और इसमें 14.46% की ग्रोथ हुई।
SBI के कुल डिपॉजिट में भी 9.48% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह ₹53.8 लाख करोड़ पर पहुंच गया। कम लागत वाले डिपॉजिट (करंट और सेविंग्स अकाउंट – CASA) का हिस्सा मार्च 2025 में 6.34% रहा।
बैंक की एसेट क्वालिटी में भी सुधार हुआ है। ग्रॉस NPA (Non-Performing Assets) घटकर 1.82% रह गया, जो पिछली तिमाही से 42 बेसिस पॉइंट कम है। नेट NPA भी घटकर 0.47% हो गया, जिसमें 10 बेसिस पॉइंट की गिरावट दर्ज की गई।
मार्च 2025 तक बैंक का प्रोविजन कवरेज रेशियो (write-offs सहित) 92.08% पर पहुंच गया।
SBI का कैपिटल एडिक्वेसी रेशियो 14.25% रहा, जिसमें कॉमन इक्विटी टियर-I (CET-1) 10.81% दर्ज किया गया।