मुंगेली । पुलिस को अक्सर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराध नियंत्रण के सख्त जिम्मेदार के रूप में देखा जाता है। लेकिन समय-समय पर कुछ ऐसे उदाहरण सामने आते हैं, जब पुलिस अपने कठोर दायित्वों से परे जाकर मानवीय संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देती है। ऐसा ही एक प्रेरणादायक उदाहरण मुंगेली जिले में सामने आया, जहाँ यातायात विभाग में पदस्थ आरक्षक केशव ध्रुव ने एक बेहोश महिला की जान बचाकर मानवता की मिसाल पेश की।
कैसे हुआ घटनाक्रम
घटना रैंबो स्कूल, मुंगेली के सामने की है। स्कूल गेट किनारे अचानक एक महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। आसपास मौजूद लोग असमंजस में थे कि क्या करें और किस तरह मदद करें। इसी बीच वहाँ से गुजर रहे आरक्षक केशव ध्रुव की नजर महिला पर पड़ी। स्थिति को गंभीर मानते हुए उन्होंने बिना समय गंवाए मानवीय कर्तव्य निभाया और महिला की मदद के लिए आगे बढ़े।
आरक्षक ने तत्काल 108 संजीवनी एक्सप्रेस को सूचना देकर मौके पर बुलवाया। ईएमटी भुनेश्वरी और पायलट मुकेश साहू की टीम ने महिला को तुरंत जिला अस्पताल मुंगेली पहुँचाया, जहाँ समय पर इलाज मिलने से महिला की जान बच गई।
लोगों ने की सराहना
आरक्षक की तत्परता और संवेदनशीलता देखकर स्थानीय नागरिकों ने राहत की सांस ली और उनकी जमकर सराहना की। नागरिकों ने कहा कि पुलिस को अक्सर कठोर छवि से जोड़ा जाता है, लेकिन ऐसे कार्य यह साबित करते हैं कि पुलिस भी समाज का अभिन्न हिस्सा है और हर जरूरत के समय मददगार साबित हो सकती है।
बड़ा संदेश
आरक्षक के इस कदम ने न केवल पुलिस की सकारात्मक छवि को और मजबूत किया है, बल्कि समाज को यह सीख भी दी है कि समय पर की गई मदद किसी की जिंदगी बचा सकती है। आज जब कई बार लोग किसी मुसीबत में पड़े व्यक्ति की मदद करने से हिचकिचाते हैं, वहीं पुलिस का यह मानवीय चेहरा समाज में विश्वास और सुरक्षा की भावना को और गहरा करता है।
मुंगेली के आरक्षक केशव ध्रुव और 108 संजीवनी एक्सप्रेस की टीम का यह संयुक्त प्रयास मानवता का अनूठा उदाहरण है। इसने यह स्पष्ट कर दिया कि पुलिस सिर्फ अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाली संस्था नहीं है, बल्कि वह हर नागरिक की जान-माल की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है।
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