पथरिया/छत्तीसगढ़: मुख्यमंत्री जनदर्शन में एक नागरिक द्वारा दिए गए आवेदन की जांच को लेकर जनपद पंचायत पथरिया में गंभीर आरोप सामने आए हैं। शिकायतकर्ता का कहना है कि उनके मामले की जांच जनपद पंचायत पथरिया की कर्मचारी दीक्षा देवांगन को सौंपी गई थी, लेकिन उन्होंने वास्तविक तथ्यों को नज़रअंदाज़ करते हुए फर्जी तरीके से पंचनामा तैयार कर दिया।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि जब इस कथित फर्जी जांच की शिकायत उन्होंने उच्च अधिकारियों से की, तो मामले की पुनः जांच जनपद पंचायत के सागर सर को दी गई। लेकिन, शिकायतकर्ता के मुताबिक, सागर सर ने न तो सही तरीके से जांच की और न ही संबंधित पक्ष से उचित पूछताछ की।
शिकायतकर्ता का दावा है कि सागर सर ने उन्हें साफ तौर पर कहा, "हमारे कर्मचारी जो लिखेंगे, वही सही माना जाएगा", जिससे यह स्पष्ट होता है कि जांच की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने स्थानीय प्रशासनिक व्यवस्था और शिकायत निवारण प्रणाली की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह अब इस मामले को उच्च स्तर तक ले जाएंगे, ताकि सच्चाई सामने आ सके और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
गाँव के कई लोगों का कहना है कि यदि जांच में पारदर्शिता और निष्पक्षता नहीं होगी, तो आम नागरिकों का विश्वास प्रशासन पर से उठ जाएगा।
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच कर शिकायतकर्ता को न्याय दिलाएगा, या यह भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दब