बिलासपुर | 17 अक्टूबर 2025
कोटा स्थित डॉ. सी.वी. रमन विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को प्रदेश के राज्यपाल श्री रमेन डेका मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 195 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि और 189 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किए। समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय की दीक्षांत स्मारिका और अन्य प्रकाशनों का विमोचन भी किया।
🎓 सफलता का मंत्र — समर्पण, अनुशासन और परिश्रम
अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में राज्यपाल डेका ने कहा कि जीवन में सफलता का मूल मंत्र समर्पण, अनुशासन और निरंतर परिश्रम है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि इन तीनों गुणों को अपनाकर वे अपने लक्ष्य तक अवश्य पहुंच सकते हैं।
राज्यपाल ने यह भी कहा कि दीक्षांत कोई अंत नहीं बल्कि नई शुरुआत है, जो जीवन की अगली यात्रा की दिशा तय करती है।
🗣️ “भाषा ज्ञान का माध्यम है, बाधा नहीं”
राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि भाषा ज्ञान प्राप्त करने का माध्यम है, बाधा नहीं। केवल अंग्रेजी जानने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता। सच्चा ज्ञान तभी मिलता है जब हम किसी भाषा से मन, मस्तिष्क और व्यवहार से जुड़ते हैं।
👨👩👧 माता-पिता और समाज के प्रति आभार जरूरी
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि वे अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और समाज को देना न भूलें। उन्होंने कहा, “समाज ने हमें बहुत कुछ दिया है, अब हमें सोचना है कि हमने समाज को क्या दिया।”
उन्होंने युवाओं को समय का प्रभावी प्रबंधन करने की सलाह दी और कहा कि समय और अवसर आपकी सबसे बड़ी पूंजी हैं, इनका सदुपयोग करें।
📚 शिक्षा का उद्देश्य चरित्र निर्माण
राज्यपाल डेका ने कहा कि शिक्षा केवल डिग्री तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह चरित्र निर्माण का माध्यम होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी के बीच संवाद, विश्वास और प्रेरणा का रिश्ता बेहद जरूरी है।
सीखने की प्रक्रिया कभी समाप्त नहीं होती — इसे जीवनभर जारी रखना चाहिए।
🌱 मां के नाम पर किया पौधारोपण
कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल श्री रमेन डेका ने ‘मां के नाम एक पौधा’ अभियान के तहत पौधारोपण भी किया। उन्होंने विश्वविद्यालय को भविष्य में एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान बनने की शुभकामनाएं दीं।
👥 कार्यक्रम में शामिल रहे कई गणमान्य
इस अवसर पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, उच्च शिक्षा मंत्री श्री टंकराम वर्मा, बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला, कुलाधिपति श्री संतोष चौबे, कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार घोष, कुलसचिव डॉ. अरविंद कुमार तिवारी, आईआईटी भिलाई निदेशक प्रो. राजीव प्रकाश, आइसेक्ट समूह सचिव डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल, एसएसपी श्री रजनेश सिंह, विश्वविद्यालय के शिक्षक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
💬 “सपनों को हकीकत में बदलने के लिए जरूरी है अनुशासन”
केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने विद्यार्थियों से कहा कि सपनों को साकार करने के लिए समर्पण, अनुशासन और समय का सही उपयोग आवश्यक है।
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि दीक्षांत केवल शिक्षा की पूर्णता नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में योगदान की शुरुआत है।
कुलाधिपति संतोष चौबे ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।