✔ जांच में शिकायतें सही, कार्रवाई की तैयारी
जांजगीर-चांपा/बम्हनीडीह। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय बिर्रा की प्रभारी अधीक्षिका पुष्पा पटेल की लापरवाही और नदारद रहने का मामला अब विभागीय जांच में साबित हो गया है। शनिवार को जांच के लिए पहुँचीं अंजना सिंह (सहायक जिला समन्वयक अधिकारी, जांजगीर-चांपा) और रत्ना थवाईत (प्रभारी बीईओ, बम्हनीडीह) ने मौके पर गंभीर खामियां पाई।
🔴 क्या है मामला?
छात्रावास में रह रही लगभग 150 बालिकाएं अधीक्षिका की अनुपस्थिति से परेशान।
प्रभारी अधीक्षिका ड्यूटी छोड़ दूसरे शहरों में घूमने का आरोप।
जनभागीदारी समिति और अभिभावकों ने बार-बार शिकायत कर हटाने की मांग की।
💰 भ्रष्टाचार और प्रतिनियुक्ति पर सवाल
पुष्पा पटेल का मूल पद – शिक्षक पंचायत (कस्तूरबा विद्यालय, चिस्दा, जिला सक्ती)।
पिछले 10–12 सालों से प्रतिनियुक्ति पर, शासन को सालाना करोड़ों का नुकसान।
समिति की मांग – “उन्हें वापस मूल विद्यालय चिस्दा भेजा जाए।”
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🗣 अधिकारियों की प्रतिक्रियाएँ
📌 “जांच में शिकायत सही पाई गई है, नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।”
— अंजना सिंह, सहायक जिला समन्वयक अधिकारी
📌 “निरीक्षण कर प्रतिवेदन उच्च कार्यालय भेज दिया गया है, कार्रवाई वहीं से होगी।”
— रत्ना थवाईत, प्रभारी बीईओ, बम्हनीडीह
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⚡ बड़ी कार्रवाई की मांग
अभिभावकों और जनप्रतिनिधियों का कहना है कि बालिकाओं की शिक्षा और सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। अब सभी की निगाहें जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग पर हैं कि वे कब तक इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हैं।
👉 यह खबर सीधे-सीधे शिक्षा व्यवस्था की लापरवाही और भ्रष्टाचार पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।