पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) ने करीब दो घंटे की बैठक के बाद ये सारे फैसले लिए।
पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत की तरफ से उठाए गए कदमों के जवाब में पाकिस्तान ने बड़ा फैसला लिया है। उसने 1972 में भारत के साथ हुआ शिमला समझौता सस्पेंड कर दिया है। यह वही समझौता है जो 1971 की जंग के बाद हुआ था और जिसमें कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) तय की गई थी। इस समझौते में यह भी लिखा गया था कि भारत-पाक आपसी विवाद बातचीत से सुलझाएंगे।
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) का फैसला
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) ने करीब दो घंटे की बैठक के बाद ये सारे फैसले लिए। बैठक में भारत की कार्रवाई को “एकतरफा, गैरकानूनी, गैर-जिम्मेदार और राजनीतिक मकसद से भरा हुआ” बताया गया। हालांकि समिति ने पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना भी जताई।
ये फैसले लिए पाकिस्तान ने:
- भारत के साथ हुआ शिमला समझौता सस्पेंड किया गया।
- वाघा बॉर्डर से व्यापार पूरी तरह बंद कर दिया गया है। 30 अप्रैल तक जिन लोगों ने वैध कागज़ों के साथ इस रास्ते से पाकिस्तान प्रवेश किया है, उन्हें वापस लौटने को कहा गया है।
- सार्क वीज़ा छूट योजना (SAARC Visa Exemption Scheme) के तहत भारतीय नागरिकों को दी गई वीज़ा छूट खत्म कर दी गई है। हालांकि, सिख तीर्थयात्रियों को इससे छूट दी गई है।
- भारतीय हाई कमीशन में काम कर रहे सैन्य सलाहकारों – डिफेंस, नेवी और एयर अटैची – को ‘persona non grata’ घोषित कर दिया गया है। उन्हें और उनके सहायक स्टाफ को 30 अप्रैल तक पाकिस्तान छोड़ने को कहा गया है।
- इस्लामाबाद में भारतीय हाई कमीशन के कर्मचारियों की संख्या घटाकर 30 कर दी जाएगी।
- पाकिस्तानी एयरस्पेस को अब भारतीय स्वामित्व या संचालन वाली सभी एयरलाइनों के लिए बंद कर दिया गया है।
- पाकिस्तान ने सभी तरह का व्यापार – चाहे वह सीधे भारत से हो या किसी तीसरे देश के ज़रिए – तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है।
भारत की तरफ से क्या हुआ था?
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे। आतंकी संगठन ‘द रजिस्टेंस फ्रंट’ ने हमले की ज़िम्मेदारी ली है। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बनाते हुए कई अहम कदम उठाए। इनमें इंडस वाटर ट्रीटी (पानी बंटवारा समझौता) को अस्थायी तौर पर रोकने का ऐलान भी शामिल था।
इंडस वाटर ट्रीटी पर पाकिस्तान की चेतावनी
पाकिस्तान ने कहा है कि अगर भारत इस समझौते को रद्द करता है या पानी रोकने की कोशिश करता है तो इसे “युद्ध की कार्यवाही” माना जाएगा। पाकिस्तान ने कहा कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है जिसे एकतरफा रद्द नहीं किया जा सकता और यह उसके 24 करोड़ लोगों की जीवनरेखा है।
एयरस्पेस बंद होने से भारत की उड़ानों पर असर
पाकिस्तान ने जैसे ही अपने हवाई क्षेत्र को भारतीय एयरलाइनों के लिए बंद किया, भारतीय एयरलाइंस कंपनियों जैसे एयर इंडिया, इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा एयर ने अपनी उड़ानों के रास्ते बदलने शुरू कर दिए। इससे यूरोप, अमेरिका और खाड़ी देशों की उड़ानों में समय और लागत दोनों बढ़ेंगे। 2019 में पुलवामा हमले के बाद भी पाकिस्तान ने पांच महीने तक यही कदम उठाया था जिससे भारतीय एयरलाइनों को करीब ₹540 करोड़ का नुकसान हुआ था। भारत की एयरलाइंस अब पहले से ज्यादा इंटरनेशनल उड़ानें भर रही हैं, जिससे 2025 में नुकसान और भी ज्यादा हो सकता है। एयर इंडिया, इंडिगो जैसी कंपनियों ने अब बड़ी संख्या में यूरोप और अमेरिका के लिए सीधी उड़ानें शुरू कर दी हैं।